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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

मौर्य कालीन करों के प्रकार –

👉 प्रणय - संकट के समय लोगों से वसूला जाने वाला टैक्स

👉 विष्टि - बंधुआ मज़दूरी

👉 उत्संग – राजा को दिया गया उपहार

👉 बलि – धार्मिक कर 

👉 हिरण्य – नगद कर 

👉 रज्जु - भूमि माप के समय वसूल किया जाने वाला कर

👉 चोर रज्जु – वाचमैन कर 

👉 विवीत – चराई कर

👉 कौष्ट्यक - सरकारी जलाशयों के नीचे की भूमि पर कर।

👉 वर्तनी – आयात कर 

👉 अतिवाहिका - मार्गदर्शन कर। 

👉 गुलमदेई - सैनिक की फीस

👉 आयात कर - आयातित वस्तु के मूल्य का 1/5 राजस्व के रूप में लिया गया था। बाजार कर जो आयातित वस्तुओं पर फिर से लगाया जाता था उसे द्वारदेय कहा जाता था। यह आयात कर का 1/5 लिया गया था।

👉 मूषिका कर - प्लेग के दौरान लगने वाला टैक्स

Different types of taxes in Mauryan period-

👉 Pranay - Tax to be collected from people in crisis. 

👉 Vishti -forced labor

👉 Utsang - a gift given to the king. 

👉 Bali – Religious tax

👉 Hiranya – Tax in Cash

👉 Rajju- Tax to be charged at the time of land measurement. 

👉 Chor Rajju - Watchman Tax

👉 Viveet- Grazing tax

👉 Kaushtheyak- tax on land below government reservoirs. 

👉 Vartani - Import Tax

👉 Vartani - The tax to be paid at time of crossing the state border.

👉 Ativahika - Guidance Tax

👉 Gulmdaey - Soldier's fees 

👉Aayaat Tax (Import tax) - 1/5 of the value of the commodity imported was taken as revenue. The market tax which was again levied on imported goods was called Dwaradeya. This was taken 1/5 of the import tax.
 
👉 Mushika Tax - Tax charged during plague

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