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तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

हिंदुस्तान के प्रमुख महापुरुषों के हिंदी भाषा एवम साहित्य पर अनमोल विचार ।।

💯अतिमहत्वपूर्ण💯 

💐हमारी हिन्दी को कामधेनु बनाना है। - चंद्रबली पांडेय

💐भारत के विभिन्न प्रदेशों के बीच हिन्दी प्रचार द्वारा एकता स्थापित करने वाले सच्चे भारत बंधु हैं। - अरविंद

💐मेरा आग्रहपूर्वक कथन है कि अपनी सारी मानसिक शक्ति हिन्दी के अध्ययन में लगावें। -विनोबा भावे

हिन्दी द्वारा सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। - स्वामी दयानंद

💐जैसे-जैसे हमारे देश में राष्ट्रीयता का भाव बढ़ता जाएगा वैसे ही वैसे हिन्दी की राष्ट्रीय सत्ता भी बढ़ेगी। - श्रीमती लोकसुन्दरी रामन

💐जीवित भाषा बहती नदी है जिसकी धारा नित्य एक ही मार्ग से प्रवाहित नहीं होती। - बाबूराव विष्णु पराड़कर

💐हिन्दी उन सभी गुणों से अलंकृत है जिनके बल पर वह विश्व की साहित्यिक भाषाओं की अगली श्रेणी में सभासीन हो सकती है। - मैथिलीशरण गुप्त

💐हिन्दी भाषा और साहित्य ने तो जन्म से ही अपने पैरों पर खड़ा होना सीखा है। - धीरेन्द्र वर्मा

💐बिना मातृभाषा की उन्नति के देश का गौरव कदापि वृद्धि को प्राप्त नहीं हो सकता। - गोविन्द शास्त्री दुगवेकर

💐राष्ट्रभाषा के बिना आजादी बेकार है। - अवनींद्रकुमार विद्यालंकार

💐हिन्दी का काम देश का काम है, समूचे राष्ट्रनिर्माण का प्रश्न है। - बाबूराम सक्सेना

💐समस्त भारतीय भाषाओं के लिए यदि कोई एक लिपि आवश्यक हो तो वह देवनागरी ही हो सकती है। - (जस्टिस) कृष्णस्वामी अय्यर

💐हिन्दी का पौधा दक्षिणवालों ने त्याग से सींचा है। - शंकरराव कप्पीकेरी

💐राष्ट्रभाषा हिन्दी का किसी क्षेत्रीय भाषा से कोई संघर्ष नहीं है। - अनंत गोपाल शेवड़े

💐हिन्दी ही भारत की राष्ट्रभाषा हो सकती है। - वी. कृष्णस्वामी अय्यर

राष्ट्रीय एकता की कड़ी हिन्दी ही जोड़ सकती है। - बालकृष्ण शर्मा 'नवीन'

💐विदेशी भाषा का किसी स्वतंत्र राष्ट्र के राजकाज और शिक्षा की भाषा होना सांस्कृतिक दासता है। - वाल्टर चेनिंग

💐हिन्दी को तुरंत शिक्षा का माध्यम बनाइये। - बेरिस कल्यएव

अंग्रेजी सर पर ढोना डूब मरने के बराबर है। - सम्पूर्णानंद

💐देश को एक सूत्र में बांधे रखने के लिए एक भाषा की आवश्यकता है और वह भाषा है हिन्दी। - सेठ गोविंददास

💐इस विशाल प्रदेश के हर भाग में शिक्षित-अशिक्षित, नागरिक और ग्रामीण सभी हिन्दी को समझते हैं। - राहुल सांकृत्यायन

💐समस्त आर्यावर्त या ठेठ हिंदुस्तान की राष्ट्र तथा शिष्ट भाषा हिन्दी या हिन्दुस्तानी है। -सर जार्ज ग्रियर्सन

💐मुस्लिम शासन में हिन्दी फारसी के साथ-साथ चलती रही पर कंपनी सरकार ने एक ओर फारसी पर हाथ साफ किया तो दूसरी ओर हिन्दी पर। - चंद्रबली पांडेय

💐भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिन्दी है। - नलिनविलोचन शर्मा
 
💐जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह

💐यदि पक्षपात की दृष्टि से न देखा जाये तो उर्दू भी हिन्दी का ही एक रूप है। - शिवनंदन सहाय
 
💐अपनी सरलता के कारण हिन्दी स्वयं ही राष्ट्रभाषा हो गई है। - भवानीदयाल संन्यासी

💐यह कैसे संभव हो सकता है कि अंग्रेजी भाषा समस्त भारत की मातृभाषा के समान हो जाए? - चंद्रशेखर मिश्र

💐भारतीय एकता के लक्ष्य का साधन हिन्दी भाषा का प्रचार है। - टी. माधवराव

💐हिन्दी हिन्द की, हम सबकी भाषा है। - र. रा. दिवाकर

💐यह संदेह निर्मूल है कि हिन्दी वाले उर्दू का नाश चाहते हैं। - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

💐शिक्षा के प्रसार के लिए नागरी लिपि का सर्वत्र प्रचार आवश्यक है। - शिवप्रसाद सितारेहिंद

💐हमारी हिन्दी भाषा का साहित्य किसी भी दूसरी भारतीय भाषा से किसी अंश से कम नहीं है। - (रायबहादुर) रामरणविजय सिंह

💐वही भाषा जीवित और जाग्रत रह सकती है जो जनता का ठीक-ठीक प्रतिनिधित्व कर सके। और हिन्दी इसमें समर्थ  है - पीर मुहम्मद मूनिस

💐भारतेंदु और द्विवेदी ने हिन्दी की जड़ें पाताल तक पहुँचा दी है, उसे उखाड़ने का जो दुस्साहस करेगा वह निश्चय ही भूकंपध्वस्त होगा। - शिवपूजन सहाय

💐यह निर्विवाद है कि हिन्दी भाषियों को उर्दू भाषा से कभी द्वेष नहीं रहा। - ब्रजनंदन दास

💐हिन्दी भाषा अपनी अनेक धाराओं के साथ प्रशस्त क्षेत्र में प्रखर गति से प्रकाशित हो रही है। - छविनाथ पांडेय

💐देवनागरी ध्वनिशास्त्र की दृष्टि से अत्यंत वैज्ञानिक लिपि है। - रविशंकर शुक्ल

💐हमारी नागरी दुनिया की सबसे अधिक वैज्ञानिक लिपि है। - राहुल सांकृत्यायन

💐नागरी प्रचार देश उन्नति का द्वार है। - गोपाललाल खत्री

💐अंग्रेजी से भारत की रक्षा नहीं हो सकती। - पं. कृ. पिल्लयार

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