प्रेरणादायक पोस्ट:-
दुनिया संघर्ष नहीं
सफलता
देखना चाहती है
आपने क्या किया
आप क्या कर सकते थे
आप क्या हो सकते थे
इससे दुनिया को
कोई मतलब नहीं
आप क्या हो
बस यही तय करता है
दुनिया का नज़रिया
आप सफल हुए
दुनिया तैयार है
फूल-माला लिए
आपकी तस्वीर अख़बार में छापने को
आप विफल हुए
दुनिया ने मुँह फेर लिया
"बेचारा! लगा तो है कई साल से
अब किस्मत ही साथ नहीं दे रही
तो कोई क्या करे!"
"फलाने की लड़की पहली बार में एस डी एम बन गई
भाईसाहब सात साल से घुइयाँ छील रहे हैं इलाहाबाद में"
"अरे! कर रहे होंगे ऐय्याशी माँ-बाप के पैसों पर
सीरियस होते तो हो नहीं गए होते अब तक?"
कचोटते हैं तमाम फ़िक़रे
कोई नहीं देखता कि
आप पूरी-पूरी रात सोए नहीं
कोई नहीं देखता कि
आप ने किताबों को ही अपनी ज़िंदगी बना लिया है
कोई नहीं देखता कि
तीज-त्यौहार मेले-ठेले शादी-ब्याह से एकदम दूर हो गए हैं आप
कोई नहीं देखता कि
छोटे से कमरे में एक चौकी मेज-कुर्सी
एक छुटक्का गैस सिलेंडर और किताबें ही हो चुकी हैं आप की दुनिया
ज्ञान के मामले में आपके एक छोटे से सवाल के आगे नहीं टिकेंगे ये
पर इनका बस एक ही सवाल है
आप कुछ हुए कि नहीं
लाखों से हजारों और हजारों से कुछ सौ तक पहुँचने में लगता है वक़्त
पर सच्ची लगन से की हुई मेहनत बेकार नहीं जाती
पुरानी कहावत है-
"हारा जुआरी दूना दाँव"
आप असफल नहीं हैं
आपके परिश्रम का प्रतिफल आपको मिलना ही है
बस उस समय से अभी दूर हैं आप
जो आपको नायक बनाकर खड़ा करने वाला है
इसलिए
दुनिया के सवालों से डरे बिना
खुद से सवाल कीजिए
कमी कहाँ रह गई
आप यदि अपने अन्तर्मन के जवाब से सन्तुष्ट हैं
तो बस समय की प्रतीक्षा है
अन्यथा अपने उत्साह को क्षीण हुए बिना फिर लग जाइए
परिस्थितियाँ और लोग तो
हमेशा ऐसे ही रहेंगे
आपके सपनों को आप के अलावा कोई पूरा नहीं कर सकता
विश्वास रखिए
आप अनुपयोगी नहीं हैं
इतनी विविधता के साथ
ज्ञान-गंगा में डुबकी लगाने के बाद
कोई खाली हाथ हो
असम्भव है
खुद को पहचानिए
अपनी कमियों में सुधार कीजिए
लम्बे आंदोलनों के लिए धैर्य की आवश्यकता तो पड़ती है
पिच पर डटे रहिए
गेंद की मेरिट को परखते हुए खेलिए
सिंगल लीजिए
स्ट्राइक रोटेट कीजिए
फिर छक्के-चौके तो आपके बल्ले से स्वतः बरसने लगेंगे
धैर्य
जुनून
सकारात्मक सोच
और अध्ययन में निरन्तरता
कल आपका है मित्रों!
स्रोत : सोशल मीडिया से प्राप्त
दुनिया संघर्ष नहीं
सफलता
देखना चाहती है
आपने क्या किया
आप क्या कर सकते थे
आप क्या हो सकते थे
इससे दुनिया को
कोई मतलब नहीं
आप क्या हो
बस यही तय करता है
दुनिया का नज़रिया
आप सफल हुए
दुनिया तैयार है
फूल-माला लिए
आपकी तस्वीर अख़बार में छापने को
आप विफल हुए
दुनिया ने मुँह फेर लिया
"बेचारा! लगा तो है कई साल से
अब किस्मत ही साथ नहीं दे रही
तो कोई क्या करे!"
"फलाने की लड़की पहली बार में एस डी एम बन गई
भाईसाहब सात साल से घुइयाँ छील रहे हैं इलाहाबाद में"
"अरे! कर रहे होंगे ऐय्याशी माँ-बाप के पैसों पर
सीरियस होते तो हो नहीं गए होते अब तक?"
कचोटते हैं तमाम फ़िक़रे
कोई नहीं देखता कि
आप पूरी-पूरी रात सोए नहीं
कोई नहीं देखता कि
आप ने किताबों को ही अपनी ज़िंदगी बना लिया है
कोई नहीं देखता कि
तीज-त्यौहार मेले-ठेले शादी-ब्याह से एकदम दूर हो गए हैं आप
कोई नहीं देखता कि
छोटे से कमरे में एक चौकी मेज-कुर्सी
एक छुटक्का गैस सिलेंडर और किताबें ही हो चुकी हैं आप की दुनिया
ज्ञान के मामले में आपके एक छोटे से सवाल के आगे नहीं टिकेंगे ये
पर इनका बस एक ही सवाल है
आप कुछ हुए कि नहीं
लाखों से हजारों और हजारों से कुछ सौ तक पहुँचने में लगता है वक़्त
पर सच्ची लगन से की हुई मेहनत बेकार नहीं जाती
पुरानी कहावत है-
"हारा जुआरी दूना दाँव"
आप असफल नहीं हैं
आपके परिश्रम का प्रतिफल आपको मिलना ही है
बस उस समय से अभी दूर हैं आप
जो आपको नायक बनाकर खड़ा करने वाला है
इसलिए
दुनिया के सवालों से डरे बिना
खुद से सवाल कीजिए
कमी कहाँ रह गई
आप यदि अपने अन्तर्मन के जवाब से सन्तुष्ट हैं
तो बस समय की प्रतीक्षा है
अन्यथा अपने उत्साह को क्षीण हुए बिना फिर लग जाइए
परिस्थितियाँ और लोग तो
हमेशा ऐसे ही रहेंगे
आपके सपनों को आप के अलावा कोई पूरा नहीं कर सकता
विश्वास रखिए
आप अनुपयोगी नहीं हैं
इतनी विविधता के साथ
ज्ञान-गंगा में डुबकी लगाने के बाद
कोई खाली हाथ हो
असम्भव है
खुद को पहचानिए
अपनी कमियों में सुधार कीजिए
लम्बे आंदोलनों के लिए धैर्य की आवश्यकता तो पड़ती है
पिच पर डटे रहिए
गेंद की मेरिट को परखते हुए खेलिए
सिंगल लीजिए
स्ट्राइक रोटेट कीजिए
फिर छक्के-चौके तो आपके बल्ले से स्वतः बरसने लगेंगे
धैर्य
जुनून
सकारात्मक सोच
और अध्ययन में निरन्तरता
कल आपका है मित्रों!
स्रोत : सोशल मीडिया से प्राप्त
0 comments:
Post a Comment
We love hearing from our Readers! Please keep comments respectful and on-topic.