बेरुत (Beirut blast) में मंगलवार शाम स्थानीय समय के अनुसार शाम 6 बजे हुए धमाके ने पूरे शहर को खंडहर में बदल दिया है. इस धमाके की वजह शुरूआती जांच में पटाखों के लिए स्टोर करके रखा गया 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट (2750 Tonnes Of Ammonium Nitrate) बताया गया है.
(Lebanon) की राजधानी बेरुत (Beirut blast) में मंगलवार शाम स्थानीय समय के अनुसार शाम 6 बजे हुए धमाके ने पूरे शहर को खंडहर में बदल दिया है. इस धमाके की वजह शुरूआती जांच में पटाखों के लिए स्टोर करके रखा गया 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट (2750 Tonnes Of Ammonium Nitrate) बताया गया है. मुख्य धमाका इतना भीषण था कि इसके 10 किलोमीटर के इलाके को पूरी तरह तबाह कर दिया है. लेबनान सरकार इसे हादसा मानकर राहत कार्य को आगे बढ़ा रही है हालांकि ये धमाका हादसा है या आतंकी साजिश इस बारे में अभी पुख्ता जानकारी नहीं है. इससे पहले, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया को बताया कि पूरे देश में इस धमाके की आवाज सुनी गई है. उन्होंने इसके रॉकेट स्ट्राइक होने या विस्फोटक से जहाज को उड़ाने जैसे आतंकी हमले का भी शक जाहिर किया था.
⭕धमाके में सामने आई 5 बड़ी बातें:
1. ब्लास्ट की वजह- लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिएब ने कहा है कि यह विस्फोट 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था। धमाका इतना तेज था कि आस-पास सब तरफ आग लग गई, कारें पलट गईं और लोगों के घरों में खिड़की-दरवाजों के शीशे टूट गए। लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था। राष्ट्रपति माइकल इयोन ने ट्वीट कर कहा है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि 2,750 टन विस्फोटक नाइट्रेट असुरक्षित तरीक़े से स्टोर कर रखा गया था. धमाका कैसे हुआ इसकी जाँच अभी जारी है.
2. दो धमाके हुए- विस्फोट एक क्रम में शुरू हुए और लोगों को लगा कि बेरुत पोर्ट के पटाखा गोदाम में आग लगी है. हालांकि वीडियो में स्पष्ट नज़र आ रहा है कि पहले एक छोटा धमाका हुआ जिसके बाद एक बेहद ही भीषण धमाका हुआ था. इस तेज धमाके ने पूरे शहर को चपेट में ले लिया. धमाके के बाद नाइट्रिक एसिड के बादल भी बने हैं.
3.धमाके से आया भूकंप- जॉर्डन की सिस्मोलॉजी ऑब्जरवेटरी के एक्सपर्ट इस धमाके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता के भूकम्प से ज्यादा बता रहे हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि धमाके की तीव्रता करीब 1000 टन TNT विस्फोटक के बराबर थी. यह एक छोटे न्यूक्लियर ब्लास्ट जितनी होती है. इस धमाके बाद आसमान में मशरूम के आकार का बादल बना, जो पहले सफेद था और फिर अचानक नारंगी रंग का हो गया. डेली मेल ने इस बादल को न्यूक्लियर विस्फोट के बादल जैसा बताया है.
4. कई शक बाकी- यह धमाका 2005 में लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री रफ़ीक हरीरी की हत्या की जांच और अदालती सुनवाई का फ़ैसला आने के ठीक पहले हुआ है. 14 फ़रवरी 2005 को रफ़ीक हरीरी जब एक गाड़ी से जा रहे थे तभी उन्हें निशाना बनाकर एक बड़ा धमाका किया गया था. इस धमाके में उनकी मौत हो गई थी. यह धमाका तब हुआ है जब लेबनान आर्थिक संकट में बुरी तरह से घिरा हुआ है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने कहा है कि धमाके में कई लोग ज़ख़्मी हुए हैं और भारी नुक़सान हुआ है. अभी तक धमाके की वजह पता नहीं चल पाई है. हालांकि लेबनान सरकार इसे अभी तक हादसा ही बता रही है.
5. राष्ट्रपति ने बुलाई आपात बैठक- सालों में पहली बार इतनी भयानक घटना होने पर राष्ट्रपति माइकल आउन ने सुप्रीम डिफेंस काउंसिल की मीटिंग बुलाई. देश के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया है कि घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक कम से कम 73 लोगों की मौत हो चुकी है. हसन ने बताया है कि शहर में भारी नुकसान भी हुआ है. इस धमाके में करीब आधा शहर वीरान हो गया है. यहां की सड़कों पर लाशों के चीथड़े बिखरे हैं. पोर्ट के पास के इलाके के घर और बड़ी इमारतें मलबे का ढेर बन चुकी हैं.
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