विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय पक्ष ने यूएई को भारतीय अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में और निवेश के लिए आमंत्रित किया है. इनमें फूड पार्क, राजमार्ग, बंदरगाह, हवाई अड्डे, अक्षय ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र शामिल हैं.
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 17 अगस्त 2020 को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ विस्तृत बातचीत की. इस बातचीत में सामरिक संबंधों को मज़बूत करने और दोनों देशों के पड़ोस की स्थिति सहित कई मुद्दे शामिल थे.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय पक्ष ने यूएई को भारतीय अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में और निवेश के लिए आमंत्रित किया है. इनमें फूड पार्क, राजमार्ग, बंदरगाह, हवाई अड्डे, अक्षय ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र शामिल हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ज्वाइंट कमीशन की बैठक में कहा कि कोरोना महामारी के दौरान यूएई की तरफ से भारतीय नागरिकों के लिए जो सहायता प्रदान की गई, भारत सरकार और देश की तरफ से उसके लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूं.
COVID-19 महामारी के खिलाफ भी चर्चा
इस बैठक में दोनों (भारत-यूएई) पक्षों ने पिछले कुछ महीनों के दौरान COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में करीबी सहयोग का स्वागत किया और दोनों देशों पर महामारी के आर्थिक और सामाजिक प्रभाव को ऑफसेट करने के लिए एक संयुक्त रणनीति पर चर्चा की. दोनों पक्षों ने अपने पड़ोस और संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग से संबंधित क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की.
कई मुद्दों पर चर्चा
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कई मुद्दों पर सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण में चर्चा हुई, जो दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है. बता दें कि इजराइल के साथ यूएई के ऐतिहासिक शांति समझौते के बाद वहां के विदेश मंत्री ने 14 अगस्त 2020 को जयशंकर को फोन किया था. इजराइल और यूएई में समझौते के बाद दोनों देशों के बीच संबंध पूरी तरह सामान्य होने का रास्ता साफ हो गया है.
60 अरब डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार
वाणिज्य, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी सहयोग पर भारत-यूएई संयुक्त आयोग की बैठक के 13वें सत्र के तहत 17 अगस्त 2020 को दोनों देशों के बीच डिजिटल वार्ता हुई. भारत और यूएई के बीच संबंध पिछले कुछ सालों में तेजी से आगे बढ़े हैं. द्विपक्षीय निवेश बढ़ाने और लगभग 60 अरब डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार होने के साथ यूएई, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. खाड़ी क्षेत्र का यह प्रभावशाली देश भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला बड़ा निर्यातक है. बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 33 लाख भारतीय रहते हैं.
0 comments:
Post a Comment
We love hearing from our Readers! Please keep comments respectful and on-topic.