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भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने बेहतरीन योजना तैयार की है। केंद्र सरकार जल्द ही इस पवित्र शहर में सरयू नदी पर ''रामायण क्रूज टूर'' सेवा शुरू करने जा रही है। इस क्रूज़ का थीम रामचरित मानस होगा।
अयोध्या में क्रूज सेवा शुरू करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रोजेक्ट की समीक्षा की। बैठक में तय किया गया है कि वाराणसी की तर्ज पर जल्द से जल्द क्रूज सेवा अयोध्या में शुरू कर दी जाएगी। "रामायण क्रूज टूर" न केवल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि यह क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
क्रूज की विशेषताएं इस प्रकार है:
• सरयू नदी घाघरा राष्ट्रीय जलमार्ग-40 पर यह पहली लक्जरी क्रूज सेवा होगी।
• पूरी यात्रा में लगभग 15 से 16 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।
• इसका उद्देश्य पवित्र सरयू नदी के प्रसिद्ध घाटों की यात्रा करते हुए श्रद्धालुओं को एक तरह की आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव प्रदान करना है।
• क्रूज में वैश्विक स्तर के अनुरूप आवश्यक संरक्षा और सुरक्षा सुविधाओं के साथ-साथ लक्जरी और आराम की सभी सुविधाएं होंगी।
• क्रूज के अंदरूनी भाग और बोर्डिंग पॉइंट रामचरित मानस की थीम पर आधारित होंगे।
• क्रूज पर 80 सीटें होंगी और यह पूरी तरह से वातानुकूलित होगा
• यह नौका घाटों की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने के लिए कांच की बड़ी खिड़कियों की सुविधा से लैस होगा।
• पर्यटकों के आराम के लिए क्रूज रसोई और पेंट्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा।
• क्रूज में पर्यावरण पर शून्य प्रभाव के लिए जैव शौचालय और हाइब्रिड इंजन प्रणाली है।
• पर्यटकों को एक से डेढ़ घंटे की अवधि के रामचरितमानस टूर पर ले जाया जाएगा।
• यात्रा के दौरान गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस पर आधारित वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी।
• रामायण के विभिन्न प्रासंगों से प्रेरित कई गतिविधियां और सेल्फी पॉइंट होंगे।
• यात्रा के बाद सरयू आरती होगी जिसमें प्रत्येक यात्री सक्रीय रूप से भाग ले सकेगा।
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