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Blood Circulation ( परिसंचरण तंत्र )।।

परिसंचरण तंत्र संबंधित प्रश्नोत्तरी ।। 1. कौन सा ‘जीवन नदी’ के रूप में जाना जाता है? उत्तर: रक्त 2. रक्त परिसंचरण की खोज की गई? ...

UNSC में भारत का सीरियाई संघर्ष समाप्त करने में रचनात्मक एवं सार्थक भूमिका निभाने का दावा।।

तिरुमूर्ति ने कहा कि, भारत ने 8 साल बाद UNSC में अपना नया कार्यकाल शुरू किया है, यह बेहद  निराशाजनक है कि सीरिया में जारी संकट का अभी भी कोई समाधान नहीं दिख रहा है.

भारत ने 20 जनवरी, 2021 को यह कहा कि, वह सीरियाई संघर्ष को पूरी तरह से समाप्त करने की दिशा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक "रचनात्मक और सार्थक" भूमिका निभाने के लिए तैयार है.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सीरिया पर एक UNSC ब्रीफिंग/ वार्ता के दौरान यह बयान दिया.

तिरुमूर्ति ने यह कहा कि, भारत ने 8 साल बाद UNSC में अपना नया कार्यकाल शुरू किया है, यह बेहद  निराशाजनक है कि सीरिया में जारी संकट का अभी भी कोई समाधान नहीं दिख रहा है. उन्होंने आगे यह कहा कि, राजनीतिक प्रक्रिया अभी शुरू होनी है और क्षेत्रीय सहभागियों की भागीदारी के कारण यह संघर्ष और भी जटिल हो गया है.

उन्होंने आगे सीरिया को उसके बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण, लोगों की आजीविका की सुरक्षा और कोविड -19 से लड़ने में सहायता प्रदान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया.

सीरिया में भारत का मानवीय प्रयास
• वर्ष, 2011 में गृह युद्ध छिड़ने के बाद सीरियाई सरकार को मानवीय सहायता के तौर पर, भारत ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चैनलों के माध्यम से 12 मिलियन अमरीकी डालर प्रदान किए हैं.
• भारत ने सीरिया में एक बायोटेक पार्क और एक IT सेंटर स्थापित किया है और देश में इस्पात और बिजली क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाओं के लिए 265 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण दिया है.
• इसके अलावा, भारत ने जुलाई, 2020 में कोविड -19 महामारी से लड़ने में सीरिया की मदद करने के लिए डमस्कस को 10 मीट्रिक टन दवाओं का उपहार भेजा था.
• भारत ने दिसंबर, 2019 और जनवरी, 2020 के बीच डमस्कस में एक कृत्रिम अंग फिटमेंट शिविर का आयोजन किया, जिससे अबतक 500 से अधिक सीरियाई लोगों को लाभ हुआ है.
• भारत ने सीरियाई छात्रों को भारत में अध्ययन करने के लिए 1000 छात्रवृत्तियां भी प्रदान की हैं.

सीरियाई गृहयुद्ध
सीरिया के गृह युद्ध की शुरुआत वर्ष, 2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान देश के राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ शांतिपूर्ण विद्रोह के रूप में हुई थी.

तब से, इसने हजारों लोगों के जीवन को नष्ट और अस्त-व्यस्त कर दिया और शहरों को भी बर्बाद कर दिया, जिससे वैश्विक राजनीति में तनाव पैदा होने के साथ ही प्रमुख शरणार्थी संकट भी पैदा हुआ.

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