भारतीय एक्टिविस्ट को अमेरिका के ‘इंटरनेशनल एंटी करप्शन चैंपियंस अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।

✅ भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता,अंजलि भारद्वाज, जो पारदर्शिता और जवाबदेही के मुद्दों पर काम करती हैं, को “यूनाइटेड स्टेट इंटरनेशनल एंटी-करप्शन चैंपियंस अवार्ड” के लिए चुना गया है, उनके साथ-साथ 11 अन्य लोगों को भी इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन नामों की घोषणा जो बाईडेन प्रशासन द्वारा की गई थी।

▪️ अंजलि भारद्वाज :

• वह एक 48 वर्षीय कार्यकर्ता हैं, जो ‘सतरक नागरिक संगठन (SNS)’ की संस्थापक भी हैं।
• एसएनएस एक नागरिक समूह है जो सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देता है और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को भी प्रोत्साहित करता है।
• उन्होंने भारत में “सूचना का अधिकार आंदोलन” में एक सक्रिय सदस्य के रूप में भी काम किया है।
• वह लोगों की सूचना के अधिकार के राष्ट्रीय अभियान की संयोजक हैं। इस अभियान के परिणामस्वरूप भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल और व्हिसलब्लोअर्स संरक्षण अधिनियम की स्थापना हुई थी।

▪️ अन्य विजेता :

अन्य विजेताओं में शामिल हैं- इक्वाडोर की डायना सालाजार, माइक्रोनेशिया की सोफिया प्रेट्रिक, अल्बानिया के अर्दियन डोरवानी, सिएरा लियोन के फ्रांसिस बेन कैफला, गिनी के इब्राहिमा कलिल गुए, इराक के दुआ ए मोहम्मद, ग्वाटेमाला के जुआन फ्रांसिस्को सैंडोवल अल्फारो, लीबिया के मुस्तफा अब्दुल्ला सनाबला, किर्गिज़ गणराज्य के बोलोट टेमीरोव, फिलीपींस के विक्टर सोतो और यूक्रेन के रुस्लान रयाबोशपका।

▪️ व्हिसलब्लोअर संरक्षण अधिनियम, 2014 :

इस अधिनियम में किसी लोक सेवक के खिलाफ शक्ति के दुरुपयोग करने संबंधित शिकायतें प्राप्त करने का प्रावधान शामिल है। इसमें पूछताछ करने या ऐसी शिकायतों की जांच करने के लिए मैकेनिज्म की व्यवस्था भी है।

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