✅ हर साल 9 अप्रैल को पूरे भारत में सीआरपीएफ शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। सीआरपीएफ शौर्य दिवस (CRPF Valour Day) 9 अप्रैल, 1965 को सीआरपीएफ की एक छोटी टुकड़ी ने पाकिस्तान के खिलाफ कच्छ के रण में 34 पाकिस्तानी सैनिकों का सफाया किया था। यह पहली बार था जब पूर्ण रूप से पैदल सेना की टुकड़ी ने पाकिस्तान की सेना के विरुद्ध सफल लड़ाई लड़ी। इस लड़ाई के दौरान सीआरपीएफ के छह जवानों ने अपनी जान गंवा दी। इन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए, शौर्य दिवस को हर साल चिह्नित किया जा रहा है।
▪️ CRPF की उपलब्धियां :
सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों ने 1965 तक भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा की जिसके बाद सीमा सुरक्षा बल का निर्माण किया गया। CRPF ने 2001 में भारतीय संसद पर हमला करने वाले सभी 5 आतंकवादियों को मार गिराया था। वर्तमान में, CRPF कर्मियों द्वारा भारत में आतंकवाद रोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। 2008 में, देश में नक्सली आंदोलन का मुकाबला करने के लिए कमांडो बैटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन नामक एक सीआरपीएफ विंग बनाया गया था।
▪️ अंतर्राष्ट्रीय मिशन :
सीआरपीएफ को श्रीलंका में शांति कार्यों के लिए तैनात किया गया था। उन्हें मालदीव, सोमालिया, नामीबिया, हैती में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के एक भाग के रूप में तैनात किया गया है। हैती मिशन के तहत, उन्होंने देश में राजनीतिक स्थिरता रखने में मदद की। पूरी तरह से गठित महिला पुलिस यूनिट 2007 में लाइबेरिया मिशन के तहत तैनात की गई थी।
▪️ CRPF - Central Reserve Police Force :
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का शौर्य दिवस (Valour Day) पुलिस बल के बहादुर पुरुषों को श्रद्धांजलि के रूप में प्रति वर्ष 9 अप्रैल को मनाया जाता है। 2021 में 56 वाँ सीआरपीएफ शौर्य दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन 1965 में, CRPF की एक छोटी टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के रण में स्थित सरदार पोस्ट में बड़े पैमाने पर आक्रमणकारी पाकिस्तानी सेना को हराकर इतिहास रचा था। सीआरपीएफ के जवानों ने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया और चार को जिंदा पकड़ लिया। इस युद्ध में, सीआरपीएफ ने छह कर्मियों को खो दिया, जिन्होंने शहादत प्राप्त की थी।
▪️ पराक्रम शौर्य दिवस (केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल) :
प्रत्येक वर्ष 9 अप्रैल को देश के सबसे बड़े केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा अपने जवानों की वीरता को नमन करते हुए शौर्य दिवस मनाया जाता है। इसका संबंध वर्ष 1965 के ऐतिहासिक और दुनिया भर में अपनी तरह के एकमात्र उस युद्ध से है जिसमें सीआरपीएफ के जांबाज जवानों की एक छोटी सी टुकड़ी ने पाकिस्तान की विशाल पैदल सेना को पीछे खदेड़ कर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया था।
⌛️ इतिहास (पाकिस्तान का ऑपरेशन डेजर्ट हॉक) :
• बीएसएफ की स्थापना से पहले के उस वक्त में गुजरात के सीमांत भू-भाग पर सीआरपीएफ तथा राज्य पुलिस फोर्स को तैनात किया हुआ था। गुजरात के रण ऑफ कच्छ की 'टाक' व 'सरदार पोस्ट' पर सीआरपीएफ की दूसरी बटालियन की चार कंपनियाँ तैनात थी।
• ऑपरेशन डेजर्ट हॉक का मकसद भारत की सैन्य चौकियों पर जीत हासिल करते हुए भारतीय भू-भाग पर कब्जा करना था। जिसके लिए 9 अप्रैल, 1965 की अलसुबह पाकिस्तान की एक पूरी इन्फेंट्री ब्रिगेड (जिसमें करीब 3500 पैदल सैनिक थे) ने रण ऑफ कच्छ की 'टाक' व 'सरदार पोस्ट' पर हमला कर दिया।
• करीब 14 घंटे तक चले उस भीषण समर में (CRPF) सीआरपीएफ की छोटी सी टुकड़ी ने शत्रु की विशाल ब्रिगेड का डट कर सामना करते हुए उसे पीछे हटने को मजबूर कर दिया। इस युद्ध में भारतीय जवानों ने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने के साथ ही 4 सैनिकों को जिंदा गिरफ्तार कर लिया लेकिन अपने 6 जवानों को भी खो दिया था।
• उन शहीदों की याद और सीआरपीएफ की इस अविश्वसनीय गाथा के सम्मान में ही यह वीरता दिवस मनाया जाता है।
📌 सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य :
• केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का गठन : 27 जुलाई 1939
• CRPF का आदर्श वाक्य : सेवा और वफादारी
• CRPF का मुख्यालय : नई दिल्ली, भारत
• CRPF के महानिदेशक : कुलदीप सिंह
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