🔴 UPPCS मेंस 2021 और 2022 में लिखने के लिए आर्थिक समीक्षा से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
👉2022-23 में भारत की आर्थिक विकास दर 8.0-8.5 प्रतिशत होने का अनुमान
👉विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमानों के अनुसार भारत 2021-24 के दौरान विश्व की प्रमुख तीव्रगामी अर्थव्यवस्था बना रहेगा
👉भारतीय अर्थव्यवस्था 2021-22 में 9.2 प्रतिशत वास्तविक वृद्धि दर्ज करेगी
👉कृषि क्षेत्र में पिछले वर्ष 3.6 प्रतिशत वृद्धि की तुलना में 2021-22 में 3.9 प्रतिशत की वृद्धि दर संभावित
👉औद्योगिक क्षेत्र में 2020-21 के दौरान 7 प्रतिशत की विकास दर तेजी से बढ़कर 2021-22 में 11.8 प्रतिशत होने का अनुमान
👉सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले वर्ष की 8.4 प्रतिशत से घटकर 2021-22 में 8.2 प्रतिशत हो जाएगी
👉31 दिसंबर, 2021 को विदेशी मुद्रा भंडार 634 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, जो 13 महीनों से अधिक के आयात के समतुल्य और देश के विदेशी ऋण से अधिक है
👉2021-22 में निवेश में 15 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि होने का अनुमान
👉दिसंबर 2021 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के साथ 5.6 प्रतिशत महंगाई दर लक्ष्य के अनुसार सहन-योग्य दायरे में है
👉अप्रैल-नवम्बर 2021 के लिए राजकोषीय घाटे को बजट अनुमानों के 46.2 प्रतिशत तक सीमित किया गया
👉महामारी के बावजूद पूंजी बाजार में तेज वृद्धि; अप्रैल-नवम्बर 2021 के दौरान 75 आईपीओ जारी करके 89 हजार करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जुटाई गई, जो पिछले दशक के किसी भी वर्ष की तुलना में काफी अधिक है
👉सूक्ष्म अर्थव्यवस्था स्थायित्व संकेतकों के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 की चुनौतियों का सामना करने में सक्षमl
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