✍ रमन अनुसंधान संस्थान (आरआरआई) के शोधकर्ताओं ने स्वदेशी सारस 3 रेडियो टेलिस्कोप का उपयोग करते हुए ब्रह्मांड के उद्भव (Cosmic Dawn) से संबंधित एक रेडियो सिग्नल के प्रमाण का खंडन किया है।
✍ विदित है कि 2018 में अमेरिका के एरीजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (एएसयू) और एमआईटी के शोधकर्ताओं की एक टीम ने ईडीजीईएस रेडियो टेलीस्कोप का उपयोग करके प्रारंभिक प्रमाण से एक सिग्नल का पता लगाया था
✍ आर आई के वैज्ञानिक और इंजीनियर प्रारंभिक ब्रह्मांड से प्राप्त इस सिग्नल को समझने के लिए सारस रेडियो टेलीस्कोप में आवश्यक बदलाव किए।वर्तमान में यह रेडियो टेलीस्कोप क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले विश्व के सबसे संवेदनशील एवं सुक्षमग्राही उपकरणों में से एक है।
✍ हाल ही में आर आर आई खगोल वैज्ञानिकों ने रेडियो टेलीस्कोप को जल के ऊपर एक बेड़े पर स्थापित किया था।
✍ जल, टेलिस्कोप के नीचे हाई डिइलेक्ट्रिक स्थिरांक का एक समरूप माध्यम प्रधान करके सूक्ष्मग्राहिता में सुधार करता है जिससे जमीन से उत्सर्जित भ्रामक रेडियो तरंगों का प्रभाव कम हो जाता है।
✍ 2020 में रेडियो टेलीस्कोप को उत्तरी कर्नाटक की झीलों, दांडीगनहलली झील और शरवती बैक वाटर पर लगाया गया था।
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