1. "भारती का सपूत" 1954 ई. -रांगेय राघव (भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पर) यह हिन्दी मे प्रथम जीवनीपरक उपन्यास है।
2. "रत्ना की बात"- 1957 ई. - रांगेय राघव (तुलसी के जीवन पर)
3. "लोई का ताना"- 1974ई. - रांगेय राघव ( कबीर के जीवन पर)
4." मानस का हंस "-1974ई.- अमृतलाल नागर- (तुलसीदास के जीवन पर) हिंदी के जीवनीपरक उपन्यास
5. "मेरी भव बाधा हरौ"- 1976- रांगेय राघव- (बिहारी के जीवन पर)
6. "धूनी का धुआँ"- 1978 ई.- रांगेय राघव- (गोरखनाथ के जीवन पर)
7. "यशोधरा जीत गई" - रांगेय राघव ( भगवान बुद्ध के जीवन पर)
8. " देवकी का बेटा" -रांगेय राघव -(कृष्ण जी के जीवन पर)
9." खंजन नयन" 1981- अमृतलाल नागर- (सूरदास के जीवन पर)
10. " पहला गिरमिटिया "- 1999ई.- गिरिराज किशोर (गांधी जी के जीवन पर)
11. " सूत्रधार "-2003ई. - संजीव- (भिखारी ठाकुर के जीवन पर)
12. " तोड़ो कारा तोड़ो "-2004ई. - नरेन्द्र कोहली(विवेकानंद जी के जीवन पर)
13. " सनातन पुरुष "- राजेन्द्र भटनागर ( महर्षि अरविंद)
14. " युग पुरूष अम्बेडकर "-राजेन्द्र भटनागर
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
0 comments:
Post a Comment