(improved varieties of wheat)
1. ऊँची बढ़वार वाली जातियाँ (Tall Varieties)➖
के० 68, के० 72, के० 78, के० 88, सी० 306, के० 8027 (मगहर)।
2. बौनी जातिया (Dwarf Varieties)➖
(i) समय से बुवाई के लिये (नवम्बर माह)-पी० बी० डब्लू 502,550, DBW-17, यू० पी० 2338, 2382, पी० बी० डब्लू० 343, एच० डी० 2687, डब्लू० एच० 542, HD 2733, HUW 468
(ii) विलम्ब से बुवाई (दिसम्बर माह)➖
पी० बी० डब्लू 509, 533, 590, डी०बी० डब्लू० 16, 17, डब्लू० एच० 1021, WR 544 (पूसा गोल्ड), उन्नत हलना (K9423), एच० डी० 2985 (पूसा बसन्त), नैना (K 9533), NB 1076, PBW 343, 373, 226, हलना (K7903), UP 2338, राज 3765, UP 2565।
3.असिंचित दशाओं के लिये संस्तुत जातियाँ-
सी० 306 (सुजाता), पी० बी० डब्लू० 175, के० 78, के० 8027 (फगहर), के० 9465 (गोमती), के० 8962 (इन्द्रा), यू०पी० 2338, PDW 233 (ड्र्यूरम), HDR 77।
4. पर्वतीय क्षेत्र के लिये जातियाँ➖
एच० एस० 86, 240, 277, 295, यू० पी० 1109, गिरिजा, शैलजा, वी० एल० 404, 421, 6161 ।
नोट- यू० पी० 2338, 2382 PBW 343, 373, 502, 550, 590, WH711, 1021, राज 3765, पूसा गोल्ड, HD 2985, DBW-16 प्रचलित उत्तम प्रजातियाँ हैं।
हलना प्रजाति 15 दिसम्बर से 15 जनवरी तक बोयी जा सकती है। देर से बोने पर उपज 30 कु० है। फसल अवधि 110 दिन, तथा ऊसर भूमि के लिए K 7410 उत्तम किस्म है।
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