1. सुंदरदास द्वारा कितने ग्रंथों की रचना की गई ?
(अ) 40 (ब) 42 ✓
(स) 32 (द) 12
2. सुंदरदास कृत उनकी सभी रचनाओं को प्रामाणिक संकलन ’सुन्दर गंथावली’ में सम्पादक है ?
(अ) श्यामसुन्दर दास
(ब) परशुराम चतुर्वेदी
(स) पुरोहित हरिनारायण शर्मा ✓
(द) अ एवं ब दोनों
3. सुंदरदास कृत रचना है ?
(अ) ज्ञान समुद्र, ज्ञान झूलना
(ब) सुंदरविलास, प्रचंप्रभाग
(स) सुखसमाधि, वेदविचार
(द) उपर्युक्त सभी ✓
4. ’’रसिकाप्रिया रसमंजरी और सिंगारहि जाति
चतुराई करि बहुत विधि विषै बनाई आनि है
यह अति गम्भीर, उठति लहरि आनंद की मिष्ट सु याकौ
नीर, सकल पदारथ मध्य है।’’ उपर्युक्त पद के रचनाकार है ?
(अ) गुरूगोविन्द सिंह (ब) सुंदरदास ✓
(स) मलूकदास (द) संत सींगा
5. गुरू अर्जुनदेव के कितने पद ’गुरू ग्रंथ साहिब’ में संकलित है ?
(अ) 6000 पद✓ (ब) 4000 पद
(स) 3500 पद (द) 5000 पद
6. गुरू गोविन्द सिंह का जन्म कब हुआ था ?
(अ) सन् 1660 ई. में (ब) सन् 1476 ई. में
(स) सन् 1664 ई. में✓ (द) सन् 1718 ई. में
7. ’’मेरे सिक्ख, हिन्दू, और मुसलमान, छूत और अछूत, ऊँच और नीच के भेदभाव को मिटाकर छोङेगें’’ कथन किसका है ?
(अ) गुरू अर्जुनदेव
(ब) गुरू अंगद
(स) गुरू गोविन्द सिंह ✓
(द) गुरू अमरदास
8. ’’ऐसी मेरी जाति विख्यात चमार’’ पंक्ति के रचयिता है ?
(अ) रैदास✓ (ब) हरिदास निरंजनी
(स) दादूदयाल (द) मलूकदास
9. ’जाति ओछा पातिओछा, ओछा जनम हमारा’ पंक्ति के रचयिता है ?
(अ) गुरू अंगद (ब) रैदास ✓
(स) मलूकदास (द) हरिदास निरंजनी
10. ’’ऐसी आरतीत्रिभुवन तारै, तेज पुंज तहां प्रान उतारै,
पती पंच पुहुप करिपूजा, देव निंरजन ओर न दूजा।।’’ पद के रचयिता है ?
(अ) तुलसीदास (ब) कबीरदास ✓
(स) नामदेव (द) सुंदरदास
11. सुमेलित कीजिए-
(भक्त/आचार्य) (गुरू)
(क) अग्रदास 1. नाभादास
(ख) नाभादास 2. कृष्णदास पयहारि
(ग) प्रियादास 3. कांचीपूर्ण
(घ) रामानुजाचार्य 4. अग्रदास
कूटः
क ख ग घ
(अ) 1 3 2 4 (ब) 2 4 1 3 ✓
(स) 2 1 4 3 (द) 3 4 2 1
12. पल्टू साहब द्वारा रचित रचना है ?
(अ) साखी, सबद (ब) कुण्डलिया
(स) अरिल्ल, झूलना (द) उपर्युक्त सभी ✓
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