✅संधि ➺ दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहा जाता है।
✅भावार्थ ➺ 'सारांश' की तरह 'भावार्थ' भी मूल अवतरण का छोटा रूप है, किंतु 'भावार्थ' लिखने की रीति 'सारांश' की रीति से भिन्न है।
✅व्याख्या ➺ 'व्याख्या' किसी भाव या विचार के विस्तार और विवेचन को कहते हैं। व्याख्या न भावार्थ है, न आशय। यह इन दोनों से भित्र है। नियम भी भित्र है।
✅आलेखन ➺ आलेखन पत्राचार का एक अंग है। समाज के विकास के साथ आलेखन के भित्र-भित्र रूप विकसित होते रहे हैं।
✅पर्यायवाची शब्द ➺ 'पर्याय' का अर्थ है- 'समान' तथा 'वाची' का अर्थ है- 'बोले जाने वाले' अर्थात जिन शब्दों का अर्थ एक जैसा होता है, उन्हें 'पर्यायवाची शब्द' कहते हैं।
✅वाक्य-शुद्धि ➺ वाक्य भाषा की अत्यंत महत्वपूर्ण इकाई होता है।
✅पाठ-बोधन ➺ पाठ का स्वरूप साहित्यिक (अधिकांशतः), वैज्ञानिक, विवरणात्मक आदि होता है।
✅शब्द-शक्ति ➺ शब्द का अर्थ बोध करानेवाली शक्ति 'शब्द शक्ति' कहलाती है।
✅उच्चारण और वर्तनी ➺ मुख से अक्षरों को बोलना उच्चारण कहलाता है। सभी वर्णो के लिए मुख में उच्चारण स्थान होते हैं।
✅मौखिक अभिव्यक्ति ➺ मौखिक भाषा से दो प्रकार के कौशलों का विकास होता है- वाचन (बोलना) और श्रवण (सुनना)।
✅हिन्दी भाषा ➺ 'हिन्दी' शब्द भाषा विशेष का वाचक नहीं है बल्कि यह भाषा-समूह का नाम है।
✅हिन्दी साहित्य ➺ हिन्दी साहित्येतिहास के विभिन्न कालों के नामकरण का प्रथम श्रेय जार्ज ग्रियर्सन को है।
✅अनुवाद ➺ एक भाषा में प्रकट किये गये विचारों को दूसरी भाषा में रूपान्तरित करने को अनुवाद कहते हैं।
✅विज्ञापन लेखन ➺ विज्ञापन लेखन ऐसी कला है, जिसके द्वारा थोड़े-से स्थान एवं कम शब्दों में आवश्यक बातें आकर्षक ढंग से दी जाती हैं।
✅शब्द परिवार ➺ शब्दों का भी अपना परिवार होता है। यह परिवार दो तरह का होता हैं। विभिन्न भाषाओं में एकरूपता के कारण उन शब्दों को पारिवारिक शब्द माना गया है।
✅पद परिचय ➺ वाक्य में शब्दों के प्रयुक्त होने पर शब्द पद कहलाते हैं।
✅निपात ➺ किसी भी बात पर अतिरिक्त भार देने के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसे निपात कहते हैं।
✅ऊनार्थक शब्द ➺ जिस शब्द से न्यूनता, तुच्छता या संक्षिप्ता का बोध होता है, उसे ऊनार्थक शब्द कहते हैं।
✅वाक्य-परिवर्तन ➺ बिना अर्थ बदले किसी वाक्य को दूसरे प्रकार के वाक्य में परिवर्तित करना वाक्य-परिवर्तन कहलाता हैं।
✅वाक्य विश्लेषण ➺ वाक्य में प्रयुक्त पदों को अलग-अलग कर उनका पारस्परिक संबंध बतलाना ही वाक्य-विश्लेषण कहलाता है।
✅सूचना लेखन ➺ कम से कम शब्दों में दी जाने वाली जानकारी जो लघु रूप में औपचारिक शैली में लिखी जाती है, वह सूचना लेखन कहा जाता है।
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