मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स ज़िले के मासिनराम क्षेत्र में देश की सबसे गहरी शाफ्ट गुफा ‘क्रेम उम लाडॉ’ की खोज की गई है. यह खोज विश्व की सबसे गहरी बलुआ पत्थर गुफा क्रेम पुरी (Krem Puri) की खोज के लगभग एक वर्ष बाद की गई है.
मेघालय एडवेंचर एसोसिएशन (एमएए) के खोजकर्ताओं का एक दल ‘Caving in the Abode of the Clouds Expedition’ नामक अभियान के 28वें संस्करण में इस स्थान पर पहुंचा था. इस दौरान उन्हें क्रेम उम लाडॉ (Krem Um Ladaw) नामक देश की इस सबसे गहरी शाफ्ट गुफा का पता चला है.
#क्रेम_उम_लाडॉ (Krem Um Ladaw) की_खोज :-
• क्रेम उम लाडॉ के प्रवेश मार्ग पर 105 मीटर गहरा शाफ्ट पाया गया है.
• इस गुफा को खोजने वाले दल में 30 खोजकर्ता शामिल थे जिसमें इंग्लैंड, आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, स्विट्ज़रलैंड, सर्बिया और मेघालय एडवेंचर एसोसिएशन (एमएए) के सदस्य शामिल थे.
• इस दौरान 8 नई गुफाओं की खोज की गई. इसमें क्रेम शेरिएह को पहले 2000 मीटर तक खोजा गया था लेकिन बाद में इसे 9844 मीटर तक खोजा गया है.
• इसके अलावा रेतदुंग खुर (3724 मीटर) तथा तुई खुर लुत (2185 मीटर) को भी खोजा गया है.
#क्रेम_पुरी_की_गुफा_के_बारे_में_जानकारी :-
• यह गुफा 24,583 मीटर लंबी है. इसे विश्व में सबसे लंबी बलुआ पत्थर की गुफा के रूप में जाना जाता है.
• यह भूमिगत गुफा, ईदो जूलिया, वेनेजुएला की विश्व रिकॉर्ड धारक ‘क्यूवा डेल समन’ नामक गुफा से 6,000 मीटर से अधिक लंबी है.
• गुफा में डायनासोर के जीवाश्म भी पाए गये हैं, जो 66-76 मिलियन वर्ष पहले के माने जाते हैं.
• इस गुफा की खोज पहली बार वर्ष 2016 में की गई थी.
• इस गुफा की खोज करने वाली संस्था मेघालय एडवेंचर एसोशिएसन ने इस गुफा का नाम क्रेम पुरी दिया है.
#पृष्ठभूमि
मेघालय में भारत की सबसे बड़ी गुफाएँ मानी जाती हैं. यह अनुमान लगाया गया है कि मेघालय में 1580 से भी अधिक भूमिगत गुफाओं का नेटवर्क है, जिसमें से 980 का ही पता चल पाया है. यह गुफाएँ जयंतिया, खासी और गारो हिल्स में 427 किमी. इलाके में फैली हैं. भारत की 10 सबसे लंबी और गहरी गुफाओं में से नौ मेघालय में ही हैं. मेघालय में जिन गुफाओं की खोज और मैपिंग की गई उनमें से अधिकांश प्रभावशाली नदी गुफाएं हैं जो बड़े पैमाने पर समृद्ध रूप से एकत्रित अवशेषों के साथ मिश्रित हैं.
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