संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत को निर्विरोध चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार संयुक्त राष्ट्र की व्यापक सदस्यता को संबोधित किये.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 जुलाई 2020 को संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (United Nations Economic and Social Council) सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया. भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के रूप में चुने के जाने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री यूएन के किसी सम्मेलन को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने संबोधन में कोरोना वायरस के खिलाफ देश की 'लड़ाई' का जिक्र किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सत्र को संबोधित करते हुए 17 जुलाई 2020 को कहा कि कोरोना से जंग में भारत ने 150 से अधिक देशों की मदद की है. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में 2021-22 सत्र के लिये निर्वाचित हुआ है. प्रधानमंत्री ने इससे पहले जनवरी 2016 में ईसीओएसओसी की 70वीं वर्षगांठ पर आभासी रूप से मुख्य भाषण दिया था.
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें: एक नजर मे
• प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ आज की दुनिया में इसकी भूमिका और महत्ता के आकलन का अवसर है. कोविड-19 के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों की सहायता की है.
• प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया है. पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है.
• उन्होंने ने कहा कि भारत में लाखों महिलाओं को स्थानीय सरकार का प्रतिनिधि चुना जाता है. पिछले 6 वर्षों में, हमने 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं, जिसमें से 22 करोड़ महिलाओं के खाते हैं.
• पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने स्वच्छता और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए बड़े अभियान की शुरुआत की है.
• कोविड-19 महामारी ने दुनिया के लगभग सारे देशों पर असर डाला है और हमारे धैर्य की परीक्षा ली है. कोविड-19 के खिलाफ जंग में हमारा रिकवरी रेट सबसे अच्छा रहा है.
• उन्होंने कहा कि भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया. कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हमारे जमीनी स्तर की स्वास्थ्य प्रणाली भारत को दुनिया में इस संक्रमण से उबरने की सबसे बेहतर दर सुनिश्चित में मदद कर रही है.
• भारत ने पिछले पांच साल में 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया. हमने गरीबों के लिए घर बनाए, गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना लाए.
संयुक्त राष्ट्र के 75वें स्थापना दिवस
मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के उच्च स्तरीय सत्र का विषय ‘‘ कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयता'' है, जो सुरक्षा परिषद को लेकर भारत की प्राथमिकता को दर्शाता है, जहां उसने कोविड-19 के बाद के विश्व में बहुपक्षीय सुधार की बात कही है.
इस वार्षिक उच्च स्तरीय सत्र में सरकार, निजी क्षेत्र, नागरिक संस्थानों और शिक्षाविदों सहित विविध समूहों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें इस बात पर विचार रखें जा सकते हैं कि 75वीं वर्षगांठ पर हम कैसा संयुक्त राष्ट्र चाहते हैं.
सुरक्षा परिषद में भारत
सुरक्षा परिषद में भारत को दो साल के लिए अस्थायी सदस्यता मिली है. सदस्यता के लिए मिले वैश्विक समुदाय द्वारा दिए गए भारी समर्थन के लिए पीएम मोदी ने आभार व्यक्त किया था. उन्होंने कहा था कि भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा समेत विभिन्न मुद्दों पर सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा।
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