क्यों मनाया जाता है डॉटर्स डे ? (WHY IS DAUGHTERS DAY CELEBRATED)

एक लड़की के जन्म को कलंक के जोड़ने की परंपरा थी. पहले के जमाने में लड़के होने पर खुशियां और लड़की होने पर मातम जैसा माहौल बना दिया जाता था. हालांकि, देश के कई हिस्सों में आज भी बेटियों को कलंक मान कर उनकी अनदेखी की जाती है और सही से पालन पोषण नहीं किया जाता है. इसी विचारधारा को मिटाने के लिए बेटी दिवस (डॉटर्स डे) मनाने की परंपरा शुरू की गयी. ताकि, लड़कियों के साथ हो रहे इस भेदभाव के खिलाफ जागरूकता बढ़े और लिंग के बीच समानता को बढ़ावा मिले.

कैसे मनाएं बेटी दिवस ? (HOW TO CELEBRATE DAUGHTERS DAY)
इस दिन, माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्य अपनी प्यारी बेटियों को उपहार दे सकते हैं,

उनके लिए या उनके पसंद का घर में विशेष व्यंजन बना कर साथ में खाएं,

इस दिन बेटियों के लिए समय जरूर निकाले, उनके साथ अपना गुणवत्ता समय बिताएं और उन्हें स्पेशल फील करवाएं,

उन्हें यह भी बताएं कि वे लड़कों से कम नहीं हैं और आपके जींदगी के लिए क्यों जरूरी है.

उन्हें एहसास करवाएं कि आप बेटे तथा बेटियों को कैसे समान रूप से प्यार और सम्मान करते हैं,

साथ ही साथ उनकी इच्छाओं पर अंकुश न लगाएं. इसके बजाय, उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करें और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए प्रेरित करें.

भारत में क्यों मनाया जाता है बेटी दिवस ? (DAUGHTERS DAY 2020 IN INDIA)

भारत में बेटी दिवस मनाने की खास वजह है. दरअसल, इस दिवस के माध्यम से बेटियों के प्रति लोगों की सोच को बदलना और समाज में फैली उनके प्रति कुरूतियों को समाप्त करके उन्हें समान अधिकार दिलाना ही इसका उद्देश्य है.

- बेटी को न पढ़ाना,

- उन्हें जन्म से पहले मारना,

- घरेलू हिंसा, दहेज व दुष्कर्म से उन्हें बचाने के लिए देशवासियों को जागरूक करना.

- बेटियां बोझ नहीं बल्कि बेटों की तरह जीवन का अहम हिस्सा होती हैं. ये सभी बातों से लोगों को अवगत करवाना इस दिवस का उद्देश्य है.

0 comments:

Post a Comment

We love hearing from our Readers! Please keep comments respectful and on-topic.