Follow Us 👇

Sticky

तत्सम और तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण - Tatsam Tadbhav

तत्सम शब्द (Tatsam Shabd) : तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना...

वर्णसंकर संतान के संबंध में चाणक्य का विचार ।।

चंद्रगुप्त और सेल्यूकस के बीच युद्ध चल रहा था। उसमें अपनी निश्चित हार को देखते हुए सम्मानजनक समझौते के लिए अपनी पुत्री हेलेना के विवाह का प्रस्ताव चंद्रगुप्त के पास भेजा।

 हेलेना बेहद खूबसूरत थी प्रस्ताव पर राज दरबार में चर्चा हुई। चाणक्य ने कहा प्रस्ताव अच्छा है, दो सभ्यताएं, दो संस्कृतियां एक दूसरे के करीब आएंगी। स्थापत्य, कला, लोक कला, खानपान आदि का आदान-प्रदान होगा।

लेकिन हेलेना से पैदा हुआ बेटा  कभी भी पाटलिपुत्र की गद्दी पर नहीं बैठेगा। क्योंकि वर्णसंकर संतान कभी भी देश और समाज का भला नहीं कर सकती।

चाणक्य की सीधी सादी बात को हम हिंदुस्तानियों को समझना चाहिए ।

आइए जानते हैं :~ 👇

बंदी सेल्यूकस की पुत्री से चंद्रगुप्त का विवाह... को चाणक्य ने क्यों नहीं स्वीकारा ।


वर्णसंकर पुत्री का मतलब, वर्णसंकर संतान, वर्णसंकर संतान की परिभाषा चाणक्य के द्वारा, चाणक्य ने वर्ण संकर संतान के बारे में क्या कहा, varn Sankar santan, warn Sankar santan, warn Sankar santan ke bare me chanakya ke vachan,varnsankar meaning in marathi, वर्णसंकर बच्चे, संतान का तत्सम, santan ka tatsam, वर्णशंकर संतान, Varnshankar Santan, वर्णशंकर पुत्र, वर्णशंकर का मतलब, varnsankar meaning in hindi, वर्णसंकर बच्चे, वर्णशंकर, varnshankar , varnsankar meaning in hindi

0 comments: