मनुष्यों में, मस्तिष्क तंत्रिका तंत्र का नियंत्रक बिन्दु है। यह तंत्रिका तंत्र से इनपुट प्राप्त करता है और मांसपेशियों को आउटपुट भेजता है। यह सिर की खोपड़ी के अंदर स्थित होता है और खोपड़ी की हड्डीदार संरचना के कारण सुरक्षित रहता है, जिसे क्रेनियम (कपालिका) कहा जाता है। मस्तिष्क को तीन झिल्लियां घेरे रहती है, जिसे "मेनिंग्स" (meninges) कहते हैं और यह मस्तिष्क की रक्षा करती हैl "मेनिंग्स" (meninges) के बीच की जगह में "प्रमस्तिष्कमेरू द्रव" (cerebrospinal fluid) भरा रहता है जो मस्तिष्क को यांत्रिक झटकों से बचाता है। मस्तिष्क से कपालीय नसें निकलती हैं।
मानव मस्तिष्क को तीन भागों, अग्रमस्तिष्क, मध्यमस्तिष्क और पश्च मस्तिष्क में बांटा गया है। अग्रमस्तिष्क में मुख्य रूप से सेरेब्रम होता है, जो मस्तिष्क की सोचने की शक्ति को नियंत्रित करता है। मध्यमस्तिष्क किसी और हिस्से के रूप में विभाजित नहीं होता है और पश्च मस्तिष्क में पोंस, सेरेबेलम और मेडुला शामिल हैl पश्च मस्तिष्क का कार्य दृश्य और श्रवण उत्तेजनाओं के प्रतिक्रियास्वरूप सिर, गर्दन आदि में होने वाले परिवर्तन को नियंत्रित करना है। यह आंख की मांसपेशियों की गति को भी नियंत्रित करता है। यह लेख मस्तिष्क के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्यों से संबंधित है, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे
मानव मस्तिष्क के बारे में रोचक तथ्य
1. हमारा मस्तिष्क अपनी कुल ऊर्जा और संचित ऑक्सीजन का 20% और हमारे रक्त में प्रवाहित होने वाले ग्लूकोज (शर्करा) का केवल 25% उपयोग करता है। मानव मस्तिष्क का वजन शरीर के कुल वजन का लगभग 2% अर्थात 3 पौंड के बराबर होता है, जिसमें से 60% वजन इसमें उपस्थित वसा का होता है, जिसकी वजह से मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे वसायुक्त अंग है।
2. वैज्ञानिकों के अनुसार रात की अपेक्षा दिन में मस्तिष्क अधिक सक्रिय होता है। मोटे तौर पर हमारे मस्तिष्क में लगभग 100 अरब न्यूरॉन कोशिकाएं होती हैं।
3. मैडिसन में स्थित विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय (University of Wisconsin) के मानव विज्ञानी जॉन हॉक्स के अनुसार मानव मस्तिष्क करीब 9 घन इंच अर्थात 150 घन सेंटीमीटर सिकुड़ गया हैं, जबकि प्राचीन काल में मानव मस्तिष्क का औसत क्षेत्रफल 82 घन इंच अर्थात 1350 घन सेंटीमीटर था
4. गर्भावस्था के दौरान न्यूरॉन्स प्रति मिनट 2,00,000 से भी अधिक तेजी से बढ़ता है।
5. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि केवल 5 मिनट तक ऑक्सीजन की कमी होने पर ही मानव मस्तिष्क काम करना बंद कर देता है।
6. क्या आप जानते हैं कि मानव मस्तिष्क में 12-25 वाट बिजली उत्पन्न होती है, जोकि कम वोल्टेज वाले एलईडी लाइट जलाने के लिए पर्याप्त हैं
7. आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि हमारे चेहरे पर दिखाई देने वाली झुर्रियां मानव मस्तिष्क को और भी तेज बनाती हैl मस्तिष्क की सतह को प्रमस्तिष्क आवरण (cerebral cortex) के रूप में जाना जाता है, जिसमें कुछ जटिल गहरी दरारें होती हैं, कुछ छोटे खांचे होती हैं, जिन्हें “सुल्सी” (sulci) के रूप में जाना जाता है और धब्बे रूपी उभार होते हैं, जिन्हें “गयरी (gyri) के रूप में जाना जाता हैl इसके साथ ही यह लगभग 100 अरब तंत्रिका या न्यूरॉन कोशिकाओं का घर है।
मेंडरिंग (meandering) और मुड़ी हुई सतह मस्तिष्क को अधिक सतह क्षेत्र में फैलने की अनुमति देता है, इस प्रकार खोपड़ी को सीमित सीमाओं में अधिक प्रसंस्करण करने की शक्ति मिलती है। इसके अलावा विभिन्न अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है कि डॉल्फिन के मस्तिष्क में मनुष्यों की तुलना में अधिक झुर्रियां होती हैं।
8. क्या आप जानते हैं कि मस्तिष्क में ज्यादातर, कोशिकाएं न्यूरॉन्स नहीं हैं? न्यूरॉन्स केवल 10% मस्तिष्क कोशिकाएं ही बनाती हैं, जबकि 90% मस्तिष्क कोशिकाएं “ग्लिया” बनाती है, जिसे ग्रीक में “ग्लू” कहा जाता है। न्यूरोसाइंटिस्ट के मुताबिक “ग्लिया” (glia) एक चिपचिपाहट वाला पदार्थ है जो न्यूरॉन्स को एक साथ जोड़े रखता हैl 2005 ईस्वी में जर्नल ऑफ न्यूजबायोलॉजी पत्रिका के एक पत्र में इन ग्लिया कोशिकाओं की भूमिका के बारे में बताया है, जो गुणसूत्रीय संयोजन की वृद्धि और क्रियाकलाप को बढ़ावा देने के लिए, उसके विकास के क्रम में उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं।
9. कई बार हम लोगों के मुख से बाएं दिमाग या दाएं दिमाग की बात सुनते हैं, जोकि गलत हैl हमारे शरीर में सिर्फ और सिर्फ एक ही दिमाग होता है
10. हमारे दिमाग के लिए एक साथ बहुत सारे कार्य करना असंभव हैl सामान्यतया, हमें बहु-कार्य (multi-tasking) करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, लेकिन वास्तव में एक ही समय में विभिन्न कार्यों को करना उचित नहीं होता है।
11.“ब्रेन रूल्स” नामक किताब में यह समझाया गया है कि एक साथ बहुत सारे कार्य करना (multi-tasking) कैसे हानिकारक हो सकता हैl अनुसंधान से पता चलता है कि एक साथ बहुत सारे कार्य करने (multi-tasking) से हमारी त्रुटि दर 50 प्रतिशत बढ़ जाती है और हमें काम करने में दोगुना समय लगता हैl जब मस्तिष्क दो कामों को एक बार में करने की कोशिश करता है, तो यह प्रत्येक कार्य के लिए बुद्धि के आधा भाग को काम बांटता है और उसे पूरा करता हैl
उपरोक्त लेख के माध्यम से हम मानव मस्तिष्क के वजन, उसकी कार्यप्रणाली और उसके सिकुड़ने के कारणों आदि के बारे में अधिक जान सकते हैं
12. मानव मस्तिष्क का वजन 1.5 kg होता है।
13. इसमें 60% फैट शामिल है और यह मानव शरीर में सबसे भारी अंगों में से एक है।
14. मानव मस्तिष्क जागने पर लगभग 23 वाट बिजली उत्पन्न करने की क्षमता रखता है।
15. हमारे शरीर में पैदा होने वाले कुल रक्त और ऑक्सीजन में से मस्तिष्क को इसका 20% हिस्सा मिलता है।
16. जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है, तो यह लगभग 8-10 सेकंड के बाद होता है कि मस्तिष्क चेतना खोना शुरू कर देता है।
17.मस्तिष्क केवल 5 से 6 मिनट तक ही जीवित रहने में सक्षम होता है, अगर उसे ऑक्सीजन नहीं मिलती है जिसके बाद उसकी मृत्यु हो जाती है।
18. मस्तिष्क में मौजूद रक्त वाहिकाओं की लंबाई लगभग 100,000 मील होती है।
19. मस्तिष्क में 100 बिलियन न्यूरॉन मौजूद हैं।
20. प्रारंभिक गर्भावस्था में, न्यूरॉन्स 250,000 प्रति मिनट की खतरनाक दर से विकसित होते हैं।
21. जैसे-जैसे हम बुढे होते हैं, हम नई चीजों को याद करने में असमर्थ होते हैं। अमेरिका में शोधकर्ताओं के अनुसार ऐसा इसलिए है क्योंकि मस्तिष्क पुरानी यादों को फ़िल्टर करने और हटाने में असमर्थ है जो इसे नए विचारों को अवशोषित करने से रोकते हैं।
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